करते थे भ्रूण लिंग जांच, तीन जिलों की टीम ने जाल बिछा, कलानौर बॉर्डर से किया काबू

27

यमुनानगर/सोहन पोरिया
बता दें गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग जांच कराने के आरोप में स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने कलानौर बॉर्डर के पास से दो आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों ने 70 हजार रुपये में डील की थी। यह कार्रवाई यमुनानगर के अलावा कुरुक्षेत्र व कैथल जिलों की पीएनडीटी टीम ने एक साथ मिलकर की है। कलानौर पुलिस चौकी में देर रात तक कार्रवाई चलती रही।

कैथल की टीम को सूचना मिली थी कि जितेंद्र व सेमुअल जेम्स कैथल व कुरुक्षेत्र के आसपास के इलाकों में गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग जांच कराने का काम करते हैं। कैथल पीएनडीटी के नोडल ऑफिसर डॉ. गौरव पुनिया और डॉ. निखिल को टीम का सदस्य बनाया गया। इसके लिए टीम ने एक महिला को डिकोय बनाकर अपने साथ शामिल किया।

दो जनवरी को डिकोय महिला को बस स्टैंड कुरुक्षेत्र के पास आरोपियों से मिलने भेजा गया। लेकिन कई घंटे के बाद भी आरोपी मौके पर नहीं पहुंचे। आरोपियों ने फोन पर डिकोय को बताया कि अब जांच चार जनवरी को कराई जाएगी। आरोपियों ने महिला को सरस्वती मिशन अस्पताल कुरुक्षेत्र के नजदीक बुलाया गया।

जिसके बाद आरोपी महिला डिकोय को लेकर सहारनपुर की तरफ चले गए। सरसावा के नजदीक आरोपी टीम की नजरों से गायब हो गए। इस दौरान कैथल की टीम सरसावा के पास और दूसरी कलानौर बॉर्डर के पास खड़े होकर आरोपियों की कार का इंतजार करने लगी। कैथल की टीम ने वापसी में आरोपियों की कार को देखा और तुरंत यमुनानगर की टीम को सूचना दी।

कार्यवाई करते हुए कलानौर बॉर्डर के पास आरोपियों को पकड़ लिया गया। जहां पर जितेंद्र के पास से 38000 रुपये और सैमुअल के पास से 19500 रुपये बरामद हुए। पूछताछ में डिकाेय ने टीम को बताया कि आरोपी उसे एक दो मंजिला घर में लेकर गए थे। जहां पर पहले से ही एक व्यक्ति मौजूद था। जिसने उसके पेट पर मशीन लगाकर उसको भ्रूण के लिंग के बारे में बताया।

सैमुअल जेम्स ने टीम को बताया कि उसने सरस्वती मिशन अस्पताल में कार्यरत सुषमा से संपर्क किया था। जिसने इस कार्य के लिए सतीश व जितेंद्र को बोला था। पीएनडीटी यमुनानगर के नोडल ऑफिसर डॉ. विपिन गोंदवाल ने बताया कि जितेंद्र व सैमुअल जेम्स को भ्रूण लिंग जांच कराने के आरोप में पकड़ा है। दोनों के खिलाफ पुलिस चौकी में केस दर्ज करवा दिया है।