साइबर क्राइम से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता जरूरी

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यमुनानगर/मोहित वर्मा
उपायुक्त पार्थ गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला सचिवालय के सभागार में  सुरक्षित इंटरनेट दिवस 11 फरवरी, 2025 को टूगेदर फॉर ए बेटर इंटरनेट थीम के तहत मनाया गया। इस कार्यक्रम में अधिकारियों व कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इंटरनेट के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने और जागरूकता बढ़ाने के लिए फरवरी के दूसरे मंगलवार को दुनिया भर में सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा टीआईएमटी कॉलेज यमुनानगर में भी इस विषय को लेकर कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें कॉलेज के विद्यार्थियों को जागरूक किया गया।

जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी विनय गुलाटी ने बताया कि बढ़ती डिजिटल गतिविधियों के साथ-साथ साइबर अपराधों में भी वृद्धि हुई है। फिशिंग, डेटा चोरी, सोशल मीडिया हैकिंग, ऑनलाइन ठगी और बैंकिंग धोखाधड़ी जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में हर नागरिक को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना जरूरी है। साइबर अपराधों से बचने का सबसे बेहतर तरीका सतर्कता और जागरूकता है। अगर हम छोटी-छोटी सावधानियां अपनाते हैं, तो बड़े साइबर हमलों से बच सकते हैं।

जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी ने सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर नागरिकों को साइबर सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने और डिजिटल धोखाधड़ी से बचने की अपील करते हुए साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करने का सुझाव दिया है। नागरिकों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म सुरक्षित बनाने के लिए फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और अन्य अकाउंट्स में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करने, अनजान लिंक और संदिग्ध ईमेल पर क्लिक करने से बचने, प्रोफाइल की गोपनीयता सेटिंग अपडेट करने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी जाती है।

उन्होंने बताया कि डिजिटल बैंकिंग और यूपीआई पेमेंट सुरक्षा के लिए ओटीपी, पिन, पासवर्ड और बैंकिंग डिटेल्स किसी से साझा न करें, केवल अधिकृत ऐप्स जैसे गूगल पे, फोन-पे, पेटीएम, भीम आदि का ही उपयोग करें और उनकी गोपनीयता बनाए रखें। अगर कोई धोखाधड़ी हो जाए तो तुरंत डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटसाइबरक्राइमडाटजीओवीडॉटइन पर शिकायत करें।

उन्होंने बताया कि सुरक्षित वेबसाइट की पहचान के लिए नागरिकों को हमेशा एचटीटीपीएस:// वाली वेबसाइट का उपयोग करने, वेबसाइट के बगल में लॉक आइकन (पेडलॉक सिंबल) देखने और फर्जी वेबसाइट से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। मोबाइल और ऐप सुरक्षा के लिए मोबाइल और ऐप्स को हमेशा अपडेट रखने, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करने, अनजान ऐप्स डाउनलोड करने से बचने और केवल गूगल प्ले स्टोर या एपल एप स्टोर से ही ऐप इंस्टॉल करें। पब्लिक वाईफाई का उपयोग करते समय वीपीएन का प्रयोग करें।

डीआईओ विनय गुलाटी ने बताया कि साइबर बुलिंग और ऑनलाइन ठगी से बचाव के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति से चैट या पर्सनल जानकारी साझा न करें। ब्लैकमेल या धमकी मिलने पर तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करने और बच्चों व बुजुर्गों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए जागरूक करें। उन्होंने बताया कि बैंकिंग फ्रॉड होने पर अपने बैंक की कस्टमर केयर से संपर्क करने और ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करें। साथ ही सोशल मीडिया और बैंकिंग पासवर्ड तुरंत बदलें।

इस मौके पर जिला राजस्व अधिकारी तरुण सहोता, डीआईपीआरओ डॉ. मनोज कुमार, टीआईएमटी कॉलेज के निदेशक विकास, प्रो. मीनू गुलाटी, सहायक डीआईओ पारस सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी तथा कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित रहें।