यमुनानगर/मोहित वर्मा
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग भारत सरकार की उपाध्यक्षा अंजना पंवार ने कहा कि स्वस्थ भारत मिशन के अंतर्गत प्रधानमंत्री ने खुद प्रयागराज में सड़क़ सफाई कर्मचारियों के सम्मान में उनके साथ बैठ कर भोजन किया। सफाई कर्मचारियों ने कोरोना काल में अपनी जान पर खेल कर सफाई की तथा उनका देश के प्रति सफाई में बहुत बड़ा योगदान है।
उपाध्यक्षा अंजना पंवार वीरवार को जिला सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की छोटी-छोटी समस्याएं होती है उसको समय से दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने कुछ बिंदु रखें जिसमें पहले सफाई कर्मचारियों को महीने के पहले सप्ताह में वेतन दिया जाए। सफाई कर्मचारियों का कुछ जगह पर जोखिम भरा काम रहता है और बीमारी से संबंधित भी रहता है इसलिए उनका साल में दो बार फुल बॉडी चेकअप करवाना अनिवार्य है। हर एक सफाई कर्मचारी का अच्छी क्वालिटी का पहचान पत्र बना हो जिसमें उनका ब्लड ग्रुप, पी.एफ नंबर और मेडिकल सुविधा से संबंधित नंबर दर्ज होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर एक सफाई कर्मचारी के लिए मौसम अनुसार वर्दी होनी चाहिए जैसे कि सर्दियां में स्वेटर या जैकेट और बारिश के दिनों में रेन कोट उपलब्ध करवाना चाहिए। सफाई कर्मचारी के मुख्य स्थान पर एक चेंजिंग रूम हो जो महिलाओं के लिए अलग और पुरूषों के लिए अलग ताकि वह घर से साफ-सुथरे कपड़े पहन के आए और वहां चेंज करके अच्छे से सफाई कर सके। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की बस्तियों में कैंप लगाए जाएं। उनको जागरूक किया जाए कि सरकार द्वारा उनको लोन की सुविधा भी दी जाती है ताकि वह खुद भी सफाई की मशीनरी खरीद कर सफाई कर सकें। उन्होंने कहा कि कैंप में राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार की सभी योजनाओं के बारे में उनको अवगत कराया जाए। किसी भी सफाई कर्मचारी को सीवर के अंदर न उतारा जाए, उसके लिए स्पेशल मशीनों का ही प्रयोग किया जाए।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी की मृत्यु पर 30 लाख रुपए की सहाएता प्रदान क ी जाती है, टेंपरेरी डिसेबिलिटी पर 10 लाख, परमानेंट डिसेबिलिटी पर 20 लाख और डेथ केस में 30 लाख रुपए तक का प्रावधान है। उन्होंने राष्टï्रीय सफाई कर्मचारी वित्त विकास निगम के अधिकारी को निर्देश दिए कि उनके निगम द्वारा सफाई कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्यों के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही है, इस बारे में उनको जागरूक करते हुए, इन योजनाओं का लाभ उन्हें प्रदान करें ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सकें। इसी प्रकार उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को भी निर्देश दिए कि उनके विभाग द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही है, उनका लाभ इन लोगों को मिलना चाहिए। सफाई कर्मचारियों के लिए पेंशन का भी प्रावधान किया जाना चाहिए और आवास की सुविधा भी करवाई जानी चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न सफाई संगठनों से भी बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी तथा इस समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने सीवरेज के अंदर सफाई कर्मचारी देवराज की मृत्यु होने के केस को लेकर उनके परिवार को 30 लाख रुपये का मुआवजा देने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक महीने के अंदर उनके परिवार को मुआवजा राशि देनी सुनिश्चित करें।
इस दौरान उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने निगम आयुक्त व डीडीपीओ को अपने अपने कार्यालयों के माध्यम से सफाई कर्मचारियों संबंधित योजनाओं के पंपलेट कर्मचारियों को दिलाने और एमएस एक्ट 2013 से संबंधित जानकारी के जगह जगह होर्डिंग लगाने के निर्देश दिए ताकि हर सफाई कर्मचारी को इसकी पूरी जानकारी मिल सके। उन्होंने एलडीएम को भी सीएसआर फंड के माध्यम से सफाई कर्मचारियों की बस्ती में पार्क डेवलपमेंट करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार,पुलिस अधीक्षक राजीव देसवाल, अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, एसडीएम जगाधरी सोनू राम, डीएमसी नगर निगम डॉ. विजयपाल यादव, डीडीपीओ नरेन्द्र सिंह, डीआईपीआरओ डॉ. मनोज कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी, सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी व सफाई कर्मचारी भी उपस्थित थे।