यमुनानगर/मोहित वर्मा
हरियाणा सरकार की प्रमुख योजना निरोगी हरियाणा के तहत 2 वर्षों में एक बार व्यक्ति की नि:शुल्क सघन स्वास्थ्य जांच करने का प्रावधान है। स्वास्थ्य जांच सुचारू रूप से करने के लिए अंत्योदय लाभार्थियों को 6 आयु श्रेणियों में बाँटा गया है। कार्यक्रम के तहत आयु अनुरूप शारीरिक जांच के अलावा विभिन्न नि:शुल्क परीक्षण करने का भी प्रावधान है। इसी के चलते सिविल सर्जन यमुनानगर डॉ. मनजीत सिंह के दिशानिर्देश में 12 व 13 दिसम्बर 2024 को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के दौरान उप-सिविल सर्जन डॉ. दिव्या मंगला नॉडल अधिकारी (निरोगी कार्यक्रम), डॉ. गीता बैनीवाल व डॉ. आयुष द्वारा उपस्थित सी.एच.ओ. को जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला के दौरान जिला यमुनानगर में कार्यरत सभी सी.एच.ओ. (सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी) उपस्थित रहे। कार्यशाला के उपरान्त सभी सी.एच.ओ. को उनके क्षेत्र के लिये निरोगी कार्ड भी प्रदान किये गये ताकि वे अपने क्षेत्र के लाभार्थियों को उनके ओ.पी.डी. (आउटडोर पेशेंट) कार्ड बना कर प्रदान कर सकें और आमजन सरकार द्वारा प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकें।
उप-सिविल सर्जन डॉ. दिव्या मंगला नॉडल अधिकारी (निरोगी कार्यक्रम) ने बताया कि निरोगी कार्यक्रम के तहत जिला यमुनानगर में भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाभार्थियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। उन्होने बताया कि निरोगी हरियाणा योजना का आरम्भ भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 29 नवम्बर 2022 को कुरुक्षेत्र से किया था, जिसके तहत अंत्योदय परिवारों के सदस्यों की व्यापक स्वास्थ्य जांच करने का उद्देश्य है। अंत्योदय लाभार्थियों को 6 आयु श्रेणियों में बाँटा गया है, जिसमें 0 से 6 माह तक, 6 माह से 59 माह तक, 5 से 18 वर्ष तक, 18 से 40 वर्ष तक, 40 से 60 वर्ष तक तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों की जांच की जायेगी।
डॉ. दिव्या मंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला यमुनानगर में निरोगी कार्यक्रम के तहत लगभग 7 लाख 96 हजार 454 लोगों को निरोगी का लाभ प्रदान करने का लक्ष्य है, जिनमें से 4 लाख 21 हजार 607 लोगों को लाभ प्रदान किया जा चुका है अर्थात 52.94 प्रतिशत लाभार्थियों का पंजीकरण कर उनकी जांच आरंभ की जा चुकी है। उन्होने बताया कि योजना के तहत स्वास्थ्य जॉच करीबी स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रशिक्षित स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा की जाएगी। स्वास्थ्य जांच के दौरान यदि किसी व्यक्ति में कोई भी बीमारी पाई जाती है तो उसकी सभी आवश्यक जांच एवं उपचार पूर्ण रूप से नि:शुल्क किया जायेगा। आंगनवाडी तथा सरकारी स्कूलों में आने वाले बच्चों तथा कर्मचारियों का भी नि:शुल्क सघन स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा।