करनाल/मोहित वर्मा
जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना रानी ने बताया कि बाल विवाह मुक्त भारत कैंपेन के तहत बुधवार को प्रताप पब्लिक स्कूल और डीपीएस स्कूल करनाल में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बाल विवाह, बाल सुरक्षा, स्वास्थ्य व विकास के मुद्दों को लेकर बच्चों को जागरूक किया गया। इसी के तहत आज आयोजित जागरूकता शिविर में हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग सदस्य डॉ मांगे राम व जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष उमेश कुमार चानना ने स्कूली बच्चों व शिक्षकों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई।
उन्होंने बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है और कानून का उल्लंघन है जो कि बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और विकास में बाधा है तथा उनके सपनों को साकार होने से रोकता है। इसलिए बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बाल विवाह मुक्त भारत के नाम से कैंपेन चलाया जा रहा है।
हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग सदस्य डॉ मांगे राम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बाल विवाह के खात्मे के लिए महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया अभियान इस बात का सबूत है कि सरकार इस सामाजिक बुराई की गंभीरता से अवगत है। आज भी देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों का बाल विवाह होता है जो न सिर्फ जीवनसाथी चुनने के उनके अधिकार का हनन है बल्कि इससे लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ रोजगार और आर्थिक निर्भरता की उनकी संभावनाओं पर भी बेहद बुरा असर होता है। सरकार की योजना इस अभियान में सभी हितधारकों को साथ लेकर चलने की है।