स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में टॉप रैंकिंग के लिए नगर निगम तैयारियों में जुटा : डॉ. वैशाली शर्मा

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करनाल/सोहन पोरिया
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में टॉप रैंकिंग हासिल करने के लिए नगर निगम मजबूत इरादों के साथ तैयारियों में लगा है। बुधवार को नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने सफाई शाखा के तमाम जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों के साथ जरूरी बैठक कर उन्हें लक्ष्य देकर जुट जाने के निर्देश दिए। खास बात यह है कि उन्होंने बैठक में एक-एक अधिकारी व कर्मचारी का प्रदर्शन और परिणाम खुद चैक करने की बात कही।

9500 अंको का होगा स्वच्छ सर्वेक्षण- बैठक में निगमायुक्त ने जानकारी दी कि इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 9500 अंको का रहेगा। इसमें 5705 अंक सेवा स्तर प्रगति के, 2500 प्रमाणीकरण तथा 1295 अंक जन अंदोलन के निर्धारित किए गए हैं। सेवा स्तर प्रगति में गीले व सूखे कचरे का अलग-अलग एकत्रीकरण, ठोस अपशिष्टï की प्रोसेसिंग व निस्तारण तथा स्थायी स्वच्छता और सफाई मित्र सुरक्षा जैसे बिन्दू शामिल हैं। प्रमाणीकरण में गारबेज फ्री सिटी और ओडीएफ, ओडीएफ-प्लस, ओडीएफ-प्लस प्लस तथा वाटर प्लस को शामिल गया है, जबकि जन अंदोलन में स्वच्छता को लेकर नागरिकों की फीडबैक, लोकल ब्रांड एम्बेसडर की सहभागिता, एकल प्रयोग प्लास्टिक बैन, स्वच्छता एप पर आई शिकायतों का निवारण तथा स्वच्छ वार्ड रैंकिंग जैसे बिन्दू लिए गए हैं।

वाटर प्लस व 5 स्टार रेटिंग पर दिया जोर- उन्होंने बताया कि नगर निगम ने पूर्व में गारबेज फ्री सिटी व ओडीएफ प्लस जैसे विभिन्न पैरामीटर्स पर काम करते हुए 3 स्टार रेटिंग हासिल की थी। चालू सर्वेक्षण में निगम गारबेज फ्री में 5 स्टार रेटिंग तथा वाटर प्लस के लिए आवेदन कर रहा है। गारबेज फ्री सिटी में डोर टू डोर पृथक कूड़ा एकत्रीकरण, रिहायशी व वाणिज्यिक क्षेत्रों में गहन सफाई जैसे बिन्दू शामिल हैं। वाटर प्लस के तहत ट्रीटिड वाटर का कम से कम 20 प्रतिशत प्रयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। ऐसे पानी से बागवानी, सिंचाई, औद्योगिक जरूरतें, निर्माण कार्य व सडक़ों की सफाई की जा रही है।

सफाई मित्र सुरक्षा पर रहेगा जोर-उन्होंने बताया कि शहर की साफ-सफाई करने वालों को सुरक्षा उपकरण मुहैया हों, यह सुनिश्चित रहेगा। सफाई कर्ताओं को स्किल डव्ल्पमेंट ट्रैनिंग और हैल्थ चैकअप कैम्प जैसी गतिविधियां निगम द्वारा की जा चुकी हैं। ऐसे कर्मचारियों को सरकारी स्कीमों का लाभ दिलावाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त अनौपचारिक कूड़ा बीनने वालों को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

सार्वजनिक व जन शौचालयों पर लिखें जाएंगे स्वच्छता स्लोगन- निगमायुक्त ने बताया कि शहर में जितने भी सार्वजनिक व जन शौचालय हैं, उन पर स्वच्छता स्लोगन लिखवाए जाएंगे। सभी सुविधाओं से युक्त बेस्ट टॉयलेट का चुनाव भी करेंगे। इसी प्रकार विभिन्न सडक़ों के साथ दीवारों पर भी इस तरह के स्लोगन और पेंटिंग करवाई जाएगी, ताकि नागरिक स्वच्छता के प्रति शिक्षित रहें। उन्होंने पिंक तथा एस्पायरेंशनल टॉयलेट बनाने के भी निर्देश दिए।

3 आर की दी जानकारी- मीटिंग में उन्होंने 3 आर यानि रिड्यूज, रियूज और रिसाईकल पर जोर दिया जाएगा। इसमें वेस्ट टू वंडर पार्क के तहत शहर के सेक्टर-13 स्थित एक पार्क में वेस्ट से निर्मित कुर्सिया, बैंच, सोफे व क्यारियां बनाई गई हैं, ताकि पार्क में जाने वाले लोगों को वेस्ट के रियूज के प्रति समझ-बूझ मिल सके। उन्होंने शहर के अन्य पार्कों में भी वेस्ट से निर्मित अलग-अलग कलाकृत्तियां स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे वेस्ट की मात्रा भी घटेगी। उन्होंने बताया कि धार्मिक व अन्य आयोजन स्थलों पर जीरो वेस्ट कार्यक्रम भी करवाए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त वार्ड 10 को आत्म निर्भर व स्वच्छ वार्ड बनाया गया है।

आई.ई.सी. गतिविधियां करने पर दिया जोर- उन्होंने सिटी टीम लीडर व ट्रीगर मास्टर को निर्देश दिए कि शहर में जन जागरूकता के लिए अधिक से अधिक सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियां चलाई जाएं। इनमें युवाओं को भी शामिल किया जाए। सफाई अभियान चलाए जाएं। नवाचार और सवोत्तम प्रथाएं की जाएं। डोर टू डोर जाकर गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करवाया जाए। एकल प्रयोग प्लास्टिक पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया जाए। कचरा संवेदनशील बिन्दू उत्पन्न न हो, इस पर ध्यान दिया जाए। बल्क वेस्ट जेनरेटर्स से उनके परिसर में ही गीले कचरे की प्रोसेसिंग करवाई जाए। इसके अतिरिक्त शहर में गंदगी फैलाने, खुले में शौच तथा सिंगल यूज प्लास्टिक की ब्रिकी करने वालों के चालान किए जाएं। वाटर बॉडी साफ-सुथरी रहें। नालों की निरंतर साफ-सफाई की जाए।

उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों को उनसे सम्बंधित कार्य देकर उन पर शीघ्र काम करने के निर्देश दिए। हर कार्य की डॉक्यूमेंटेशन साथ-साथ तैयार की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वच्छ सर्वेक्षण से जुड़े प्रत्येक बिन्दू पर काम किया जाए। छोटे-छोट बिन्दूओं पर काम करके ही अच्छे अंक अर्जित किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम कार्यालय में भी सिंगल यूज प्लास्टिक बैन किया जाए।

बैठक में उप निगम आयुक्त अशोक कुमार तथा कार्यकारी अभियंता प्रियंका सैनी के अतिरिक्त सफाई तथा अभियंता शाखा के कर्मचारी मौजूद रहे।