बिलासपुर/मोहित वर्मा
तीर्थराज श्री कपाल मोचन मेला स्वयं सहायता से जुड़ी महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी रहा है। प्रशासन द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूह द्वारा अपने उत्पाद से न केवल लोगों को रूबरू करवाया गया बल्कि लोगों ने उनके उत्पाद खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखाई। जिससे स्वयं सहायता समूह की आमदनी में वृद्धि हुई है। गुरु नानक स्वयं सहायता समूह गांव नालागढ़ जिला यमुनानगर द्वारा भी प्रदर्शनी स्थल पर अपना स्टॉल लगाया गया था। इस समूह की महिलाओं द्वारा तैयार पीढ़ी, मिट्टी के दीए, गुल्लक, मूर्तियां, मिट्टी के कप, गिलास आदि सामान प्रदर्शनी में आने वाले लोगों का आकर्षण का केन्द्र बिन्दु बना। इस स्टाल पर आने वाले लोगों ने हस्तनिर्मित इस सामान की जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ उसको खरीदने में भी अपनी रूचि दिखाई।
गुरू नानक स्वयं सहायता समूह की सदस्य रीना देवी तथा गीता रानी ने बताया कि शहरी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम, दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अन्तर्गत उनका समूह काम कर रहा है और पिछले 10 साल से यह समूह कार्यरत है और इस समूह से 10 महिलाएं जुड़ी है, जो कि विभिन्न प्रकार का सामान तैयार कर उसे बिक्री कर आत्मनिर्भर बनी है। उन्होंने बताया कि उनके समूह को प्रशिक्षण भी दिया गया है तथा उन्हें सस्ती दरों पर ऋण भी मिला है। उन्होंने कहा कि श्री कपाल मोचन मेला में स्टॉल लगाने से उनको अच्छी आमदनी हो रही है।
प्रदर्शनी देखने आए पुरुष अवतार सिंह, जोगिन्द्र व रामरतन एवं महिलाओं अनीता देवी, दर्शनी, रजनी, माया देवी, बलजिन्दर कौर, जसवंत कौर आदि ने बताया कि उन्हें प्रदर्शनी को देखकर काफी अच्छा लगा और उन्होंने स्वयं सहायता समूह के स्टॉल पर हाथ से बुनाई कर तैयार की गई पीढ़ी को खरीदा है। इसके अलावा मिट्टी से बनाई गई मूर्ति, मिट्टी के कप, गिलास व बच्चों के लिए गुल्लक भी खरीदी है।