Journalist Pradeep Panwar, Yamuna Nagar
प्रतापनगर/यमुनानगर, 7 जून- राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग प्राकृतिक आपदा के समय हमेशा मदद करता है। आपदा के समय किसी का जीवन बचाना समाज की सबसे बड़ी सेवा है। एडीसी आयुष सिन्हा शुक्रवार को हथिनी कुंड बैराज के नजदीक पश्चिमी यमुना नहर की लिंक चैनल पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा द्वारा आयोजित पांच दिवसीय राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण लेने के बाद सभी प्रशिक्षणार्थी आपदा के समय दूसरे के जीवन की रक्षा करने के लिए अपने-अपने जिलों में टीमें बनाएं और नए लोगों को अपने साथ जोड़ें। सभी प्रशिक्षणार्थियों को आपदा के लिए हमेशा मुस्तैद रहने और अच्छे परिणाम के लिए निरंतर अभ्यास करते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर तैराक को मानसिक रूप से तैयार रहना है। एक अच्छा तैराक किसी के जीवन को बचा सकता है। जब भी बाढ़ जैसी आपदा आती है तो प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्ति ही बाढ़ में फंसे लोगों की बेहतर ढंग से सहायता कर सकते हैं। किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण लेने से जहां व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है वहीं उसमें निपुणता आती है। बाढ़ जैसी आपदा के लिए पहले से ही पूर्ण रूप से तैयारियां करके ही बखूबी निपटा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि 5 दिन तक चलने वाले इस बाढ़ राहत प्रशिक्षण में पूरे राज्य से 45 प्रशिक्षणार्थियों व 13 प्रशिक्षकों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा व समाज की रक्षा के लिए ऐसे प्रशिक्षणों को जरूर सीखना चाहिए और जब प्राकृतिक एवं अप्राकृतिक आपदा आती है तो ऐसे में आपदा से सही समय पर सही ढंग से निपटने के लिए बेहतर नेतृत्व की आवश्यकता होती है क्योंकि आपदा के आने पर बेहतर नेतृत्व लोगों को मिल जाए तो आपदाओं से निपटने में लोगों को तत्काल सहायता मिलती है। उन्होंने प्रशिणार्थियों का आह्वान किया कि उन्होंने इस बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर में आकर बहुत कुछ सीखने व अनुभव प्राप्त हुआ है, खासकर बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण की बहुत आवश्यकता होती है। इस प्रशिक्षण में एनडीआरएफ के अनुभवी प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षणार्थियों को आग व भूकम्प आदि जैसी आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षण भी दिया।
एडीसी आयुष सिन्हा द्वारा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया जिसमें चप्पू द्वारा किश्ती चालन प्रतियोगिता में शिवकुमार पानीपत प्रथम, रोहित भिवानी द्वितीय, रामपाल करनाल तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार तैराकी प्रतियोगिता में शिवकुमार पानीपत प्रथम, सतीश कुमार कैथल द्वितीय, श्रवण कुमार के कैथल तृतीय स्थान पर रहे। मुख्य प्रशिक्षक मुकेश कुमार सहित अन्य प्रशिक्षकों व प्रशिक्षणार्थियों को भी मुख्यातिथि द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एसडीएम राजेश पूनिया ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि इस 5 दिवसीय राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर में राज्य के विभिन्न जिलों से आए 45 प्रशिक्षणार्थियों व 13 प्रशिक्षकों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रशिक्षणार्थियों व प्रशिक्षकों के ठहरने व खान पान की बेहतरीन व्यवस्था की गई थी।
मुख्य प्रशिक्षक मुकेश कुमार ने बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षणार्थियों को चलते पानी में मोटर बोट चलाना, चप्पू से नाव चलाना, तैराकी व प्राथमिक उपचार आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद पंकज सेतिया, जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल, एफसीआर सुपरिटेंडेंट दिनेश यादव, एफआरए मोहित, नायब तहसीलदार प्रतापनगर आनंद रावल, अतिरिक्त मुख्य प्रशिक्षक भगतसिंह, राजपाल, राजकुमार, संजय राणा पानीपत, गोपाल राणा अम्बाला, वीर सिंह फरीदाबाद, रणधीर सिंह जींद, शाहजहां पलवल, राजेश गौड कैथल, जीत सिंह सिरसा, रमेश सांगवान सोनीपत, सुशील कुमार इंस्ट्रक्टर यमुनानगर, मनोज कुमार, विजयपाल पटवारी, आशुराम भारद्वाज, पवन कुमार, सुरेंद्र सिंह सहायक, पटवारी रामफल,मनोज व मन्नान, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ जितेंद्र सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।