डीएवी संस्थाओं के जरिए जगन्नाथ कपूर ने जगाई नारी शिक्षा की अलख : विजय कपूर

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यमुनानगर/मोहित वर्मा
डीएवी संस्थाओं के संस्थापक जगन्नाथ कपूर के जन्मदिवस की 116वीं वर्षगांठ के अवसर पर गर्ल्स कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। अतिथिगण ने जगन्नाथ की फोटो पर पुष्पांजलि अर्पित की। डीएवी स्कूल्स के चेयरमैन विजय कपूर, सेवानिवृत हिंदी प्राध्यापिका आशा कपूर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

विजय कपूर ने कहा कि उनके पिता जगन्नाथ कपूर बहूत बडे समाज सुधारक, शिक्षाविद एवं क्रांतिकारी थे। विभाजन के समय उन्होंने देशभक्तों के साथ मिलकर देश हित के लिए कार्य किए और स्वतंत्रता के पश्चात नारी शिक्षा को बढावा देने के लिए अमूल्य योगदान दिया। जाति, धर्म के भेदभाव को देखते हुए उन्होंने राष्ट्रीय एकता स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। वे हम सभी के लिए हमेशा से प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं।

आशा कपूर ने कहा कि जगन्नाथ कपूर मानव नहीं अपितू महामानव थे, जो सदियों में पैदा होते है। उन्होंने अपने मानव जीवन का सदुपोग किया है। उन्हें ह्रदय से नमन।

डीएवी फिजियोथैरेपी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ हिमांशु ने जगन्नाथ कपूर जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे महान आत्मा थे। उन्होंने अपने समय के जटिल वातावरण में शिक्षा के अधिकार के लिए जो योगदान दिया वह बहुत बडी बात है। जिस प्रकार अपने समय में जेएन कपूर जी हर श्रेत्र में सक्रिय कार्यकर्ता रहे है, वैसे ही उनके सुपुत्र श्री विजय कपूर जी सदैव शिक्षा एवं समाज सेवा के लिए कार्यरत रहते है।

वाइस प्रिंसिपल डॉ अनीता मौदगिल ने कहा कि जगनन्नाथ कपूर ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी थे, जिन्होंने हमारे सम़क्ष समाज सेवा की मिसाल प्रस्तुत की। हमें उनके पद चिंहों का अनुशरण करना चाहिए।

पंजाबी विभाग अध्यक्ष डॉ गुरशरन कौर ने जगन्नाथ कपूर के व्यक्तित्व एवं उनके सेवा भाव, देश प्रेम पर विचार व्यक्त करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जगन्नाथ कपूर जी ने सेवा एवं नारी शिक्षा की जो अलग अलख जगाई थी, उनका समस्त परिवार अनुपालन कर रहा हैं। मौके पर टीचिंग एवं नॉन टीचिंग सदसय उपस्थित रहें।