एडिट : सोहन पोरिया
पंजाब-हरियाणा की सीमा पर खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर बनी हुई है। उनका लीवर व किडनी फंक्शन टेस्ट रिपोर्ट ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में डल्लेवाल अब एक ही शर्त पर अपना अनशन तोड़ने को तैयार हो गए हैं।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन मंगलवार को 36वें दिन भी जारी रहा। उनकी जांच कर रहे डॉ. स्वयंमान सिंह ने एक वीडियो जारी करते बताया कि डल्लेवाल की हालत नाजुक बनी हुई है। वह इस समय केवल अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर जी रहे हैं।
डल्लेवाल शरीर में प्रोटीन कम हो गया है। गुर्दे की कार्यप्रणाली को मापने वाला जीएफआर टेस्ट के अलावा लीवर व किडनी फंक्शन टेस्ट भी खराब आए हैं। डॉ. स्वयमान सिंह ने कहा कि इसे देखते हुए उनकी केंद्र सरकार से अपील है कि समय बर्बाद न करते हुए किसानों की मांगों पर जल्द गौर किया जाए।
खराब सेहत के बावजूद डल्लेवाल ने वीडियो जारी करके किसानों को ज्यादा से ज्यादा गिनती में चार जनवरी को खनौरी बॉर्डर पर होने वाली महापंचायत में शामिल होने की अपील की है। डल्लेवाल ने कहा कि वह जरूरी संदेश किसानों को देना चाहते हैं।
यह किसान महापंचायत सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगी, जिसमें पंजाब, हरियाणा के अलावा देश के अन्य राज्यों से भी किसानों के पहुंचने की बात ही जा रही है। सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दोबारा से इस पूरे मामले पर सुनवाई हुई।
इस संबंधी बात करते किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा, सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि अदालत में हुई पूरी प्रक्रिया का विश्लेषण किया गया है। पहले की तुलना में सुप्रीम कोर्ट का रूख बदला है। साथ ही कहा कि अगर केंद्र सरकार की ओर से मांगों को लेकर बातचीत का न्योता आता है, तो डल्लेवाल अपना अनशन समाप्त करने पर विचार कर सकते हैं।