यमुनानगर
हरियाणा राज्य महिला आयोग और मार्था फैरल फाउंडेशन ने यमुनानगर के अम्बेडकर भवन में महिला सरपंचों के साथ महिला सुरक्षा विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेनू भाटिया ने भीम राव अंबेडकर को नमन करते हुए चर्चा की शुरुआत की।
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेनू भाटिया ने कार्यक्रम में आई हुई महिला सरपंचों को महिला आयोग की कार्यशैली के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आयोग महिलाओं के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ है और जो ऐसी हिंसा को करता है, आयोग उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करता है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान पर जोर देते हुए सभी से आग्रह किया कि सरपंच होने के नाते यह उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने पंचायत में बाल विवाह को पूर्णत रोके और इसके लिए लोगों को जागरूक करें।
पिछले दिनों महामहिम राष्ट्रपति भवन में हुए एक कार्यक्रम पंचायत से पार्लियामेंट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने बहुत साफ संदेश दिया है कि सरपंच महिला पंचायतों में पुरुषों की किसी भी तरीके से दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए। महिला सरपंच अपनी पंचायतों का निर्णय स्वतंत्रता से लें और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। इसके बाद मार्था फैरल फाउंडेशन से आई रिद्धिमा राठी ने लिंग आधारित हिंसा पर महिलाओं को स्वयं के लिए खड़े रहने और लडऩे के लिए प्रेरित किया।
इसी संस्था से आए पीयूष पोद्दार ने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम 2013 के बारे में विस्तार से बताया और सरपंच होने के नाते महिला हितैषी पंचायत बनाने में ग्राम पंचायत विकास योजना का उपयोग किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में यमुनानगर की पुलिस प्रोटेक्शन ऑफिसर अरविन्द्र कौर ने महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि सभी को घर से ही सुरक्षा की शुरुआत करनी है। इस मौके पर डीडीपीओ नरेन्द्र सिंह, एसएचओ बलजीत कौर, सीडीपीओ तरविन्द्र कौर, अंकुर भारद्वाज सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों की महिला सरपंच उपस्थित रहीं।