एडिट : मोहित वर्मा
हरियाणा पुलिस ने सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को शुरुआती गोल्डन आवर में नि:शुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। योजना के तहत दुर्घटना की तारीख से अधिकतम 7 दिनों तक प्रति व्यक्ति 1.5 लाख रुपये तक का उपचार मुफ्त किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत, घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाया जाता है, जहां अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनका डेटा साफ्टवेयर में अपलोड किया जाता है। यह डेटा संबंधित पुलिस थाने को भेजा जाता है। पुलिस थाने से 6 घंटे के अंदर यह पुष्टि की जाती है कि व्यक्ति वास्तव में सड़क दुर्घटना में घायल हुआ है या नहीं । पुष्टि होने के बाद घायल को कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाती है।
हरियाणा पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित कर संबंधित सड़क इंजीनियरिंग विभागों के सहयोग से उनका सुधार सुनिश्चित किया है। सड़क सुरक्षा समितियों का गठन कर नियमित बैठकों में सड़कों की सुरक्षा पर चर्चा की जाती है।
2024 में अक्टूबर तक 107 बैठकें आयोजित की गईं। हरियाणा पुलिस ने 2024 में 2,166 सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाए, जिनमें करीब 2.91 लाख लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा, 6 विशेष अभियान चलाए गए, जिनमें से 5 लेन ड्राइविंग के लिए और 1 ब्लैक फिल्म लगे वाहनों के खिलाफ था। अभियान के दौरान 27,321 वाहनों के चालान किए गए, जिनमें 2,600 चालान ब्लैक फिल्म लगे वाहनों के थे।
हरियाणा पुलिस की सक्रियता से सड़क दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई है। 2023 की तुलना में 2024 में 616 सड़क हादसे कम हुए हैं। दुर्घटनाओं में मौत के मामलों में 251 की कमी आई है, और 403 लोग कम घायल हुए हैं।