यमुनानगर/मोहित वर्मा
यमुनानगर शहर जल्द ही 41 हजार स्मार्ट एलईडी लाइटों से जगमग होगा। शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग से 41011 एलईडी लाइट पर मंजूरी मिलने के बाद अब नगर निगम ने इन्हें लगाने के लिए 1711.95 लाख रुपये का टेंडर जारी किया है। एलईडी लाइट परियोजना के तहत पुराने सोडियम, सीएफएल, बंद व खराब ट्यूब लाइट भी बदली जाएगी। यह जानकारी नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि टेंडर लेने वाली एजेंसी को शहर में एलईडी लगाने का कार्य 18 माह में पूरा करना होगा। जल्द ही एलईडी लाइटों से शहर की गलियां-सड़कें रोशन होती नजर आएंगी।
नई 41011 एलईडी लाइटें स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम पर चलेंगी। इसके लिए नगर निगम कार्यालय में आईटी बेस कॉमन कंट्रोल एंड मॉनिटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस) तैयार होगा। जहां किसी भी लाइट के खराब होने पर सीसीएमएस से पता चल जाएगा। यानी निगम कर्मचारियों को खराब लाइट का पता करने के लिए न शिकायत का इंतजार करना पड़ेगा और न उसे ढूंढने को भटकना पड़ेगा। इसके अलावा यह लाइटें कार्यालय से ही बंद व जलाई जा सकेंगी।
बता दें कि कि नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी क्षेत्र के लिए यूएलबी (अर्बन लोकल बॉडी) से 41011 एलईडी लाइट पर मंजूरी मिल गई थी। यह लाइट कहां-कहां लगेंगे, इसका सर्वे हुआ। इसमें एलईडी लाइट लगाने के 28 हजार नए और 13 हजार पुराने प्वाइंट (जहां सोडियम लाइट-बल्ब, ट्यूब लाइट व सीएफएल लगे) चिह्नित किए गए। साथ ही परियोजना की डीपीआर तैयार कराई। इसके आगे की कार्रवाई कुछ माह लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव आने से आचार संहिता के चलते लटक गई। चुनाव संपन्न होते ही फिर से परियोजना सिरे चढ़ाने के लिए निगम आयुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर निगम अधिकारियों ने कड़े प्रयास किए। निगम अधिकारियों ने फंड की प्रशासनिक मंजूरी की प्रक्रिया पूरी की। जिसके बाद अब निगम द्वारा एलईडी लाइट लगाने के लिए 1711.95 लाख रुपये का टेंडर जारी किया गया है। टेंडर अलॉट होने के 18 माह पांच दिन के भीतर एजेंसी को लाइट लगाने का काम पूरा करना होगा।