निगमायुक्त ने ली सफाई शाखा के अधिकारियों की बैठक, व्यवस्था बेहतर बनाने के दिए निर्देश

111

यमुनानगर/मोहित वर्मा
टिप्पर खराब होने पर डोर टू डोर कचरा एकत्रित न होने की अब समस्या नहीं आएगी। इसको लेकर नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने सफाई अधिकारियों व एजेंसी को निर्धारित टिप्परों के अलावा 10 टिप्पर अतिरिक्त रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि टिप्पर खराब होने पर उसकी जगह दूसरा टिप्पर भेजकर डोर टू डोर कचरा एकत्रित किया जा सके। यह निर्देश नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने शुक्रवार को शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर हुई बैठक में सफाई शाखा के अधिकारियों को दिए।

साथ ही उन्होंने टिप्पर न आने पर संबंधित एजेंसी को प्रतिदिन के हिसाब से पांच हजार रुपये जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए। बैठक में डोर टू डोर कचरा एकत्रितकरण, कचरा निस्तारण, कचरे का समय पर उठान, डंपिंग प्वाइंट कम करने, रोड स्वीपिंग, बेसहारा पशुओं को पकड़ने, व्यावसायिक एरिया की रात को सफाई करने, चारों डेयरी कॉम्पलेक्स की सफाई व्यवस्था, बंदर पकड़ने समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान निगमायुक्त सिन्हा ने संबंधित सीएसआई व सफाई निरीक्षकों से उनके वार्डाें की रिपोर्ट मांगी। उन्होंने सभी सफाई निरीक्षकों को अपने अपने वार्डाें की सफाई और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।

निगमायुक्त सिन्हा ने सबसे पहले सफाई व्यवस्था में लगे संसाधनों की रिपोर्ट ली। सीएसआई हरजीत सिंह व सुनील दत्त ने बताया कि डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने में एजेंसी ने 117 टिप्परों लगाए हुए है। टिप्पर खराब होने पर यदि कचरा एकत्रित नहीं होता तो एजेंसी पर प्रतिदिन के हिसाब से पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया जाता है। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने अधिकारियों व एजेंसी को निर्देश दिए कि टिप्परों की संख्या बढ़ाकर 127 की जाए। यानि दस टिप्पर अतिरिक्त रखे जाए।

यदि कहीं कोई टिप्पर खराब हो जाता है तो उसकी जगह उनमें से टिप्पर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए भेजा जाए। ताकि शहरवासियों को कोई परेशानी न हो और सफाई व्यवस्था बेहतर बने। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने सफाई निरीक्षकों से वार्ड वाइज डंपिंग प्वाइंट की जानकारी ली। उन्होंने सभी सफाई निरीक्षकों को शहर से कचरा डंपिंग प्वाइंट कम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डंपिंग प्वाइंट खत्म करके वहां पर गमले रखें। साथ ही वहां पर बैनर लगाए कि यहां पर कचरा डालना वर्जित है।

इसके लिए जिन स्थानों पर कचरा डंप होता है, वहां पर साथ के साथ कचरे का उठान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को रोजाना अपने अपने क्षेत्र की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। निगमायुक्त ने कहा कि बेसहारा पशुओं को पकड़ते समय पशु चिकित्सक साथ होना चाहिए। घायल पशुओं को उपचार दिया जाए। पशु पकड़ने के बाद उस पर टैग लगाकर गोशाला में छोड़े। कैल, दड़वा, औरंगाबाद, रायपुर स्थित डेयरी कॉम्प्लेक्स की सफाई व्यवस्था को लेकर भी निगम आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही हर डेयरी कॉम्प्लेक्स की रोजाना सफाई कराने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि बंदर पकड़ने का टेंडर हो चुका है। दोनों सीएसआई अपने अपने क्षेत्र में बंदर पकड़ने का कार्य करवाएं। शिकायत आने पर उसका तुरंत निपटान कराया जाए। मौके पर उप निगम आयुक्त डा. विजय पाल यादव, सीएसआई हरजीत सिंह, सीएसआई सुनील दत्त, एसआई अमित कांबोज, एसआई गोविंद शर्मा, एसआई प्रदीप दहिया, एसआई बिट्टू, सतबीर, सुमित बेंस, सुशील, कृष्ण, पंकज, मंजीत आदि मौजूद रहे।

व्यावसायिक क्षेत्रों में शाम को होगा कचरा कलेक्शन, रात को होगी सफाई –
बैठक में व्यावसायिक क्षेत्रों में शाम के समय डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने व रात को सफाई करने का निर्णय लिया गया। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने बताया कि शहर में मॉडल टाउन, रादौर रोड, मीरा बाई मार्केट, रेलवे रोड, जगाधरी बाजार, बर्तन बाजार, झंडा चौक, स्कूल रोड, सिविल लाइन समेत काफी एरिया व्यावसायिक क्षेत्र है। जहां पर विभिन्न तरह की दुकानें है। जहां दिनभर कचरा एकत्रित होता है। शाम के समय यहां से कचरा कलेक्शन किया जाएगा। इसके अलावा रात के समय यहां सफाई की जाएगी। ताकि हमारा शहर साफ व सुंदर रहे। इसके अलावा पार्क, पेड़ पौधों से निकलने वाले बागवानी कचरे की सफाई के लिए अलग से ट्रैक्टर ट्रॉली व सफाई कर्मचारी लगाए जाएंगे।