करनाल में एचआईवी एड्स तथा टीबी अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन

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करनाल में एचआईवी एड्स तथा टीबी अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन

करनाल/सोहन पोरिया
सिविल सर्जन कार्यालय में सोमवार को उप सिविल सर्जन की अध्यक्षता में एचआईवी एड्स तथा टीबी अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमें आईसीटीसी काउंसलर ममता तथा एसटीआई काउंसलर कांता ने एचआईवी एड्स से संबंधित जानकारी रेड रिबन कॉलेज करनाल के नोडल टीचर्स व पीयर एजुकेटर्स को विस्तार पूर्वक दी। कार्यक्रम में कुल 48 प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह जानकारी उप सिविल सर्जन टीबी तथा एचआईवी एड्स के नोडल अधिकारी ने दी।

उन्होंने बताया कि आईसीटीसी काउंसलर ममता ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को एचआईवी एड्स से संबंधित जानकारी दी। एचआईवी एड्स के फैलने के कारण, लक्षण व रोकथाम के बारे में बताया। साथ ही इस बीमारी को लेकर जो भ्रांतियां समाज में फैली हुई हैं, उन्हें भी दूर किया। गर्भवती महिलाओं के लिए एचआईवी वीडीआरएल टेस्ट क्यों अति आवश्यक है, इसकी जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि यदि किसी को भी एचआईवी हो जाता है, तो किन सावधानियों को बरतें व किस प्रकार अपना इलाज करवाएं। एचआईवी एड्स के टेस्ट पूरे हरियाणा में सभी आईसीटीसी केन्द्रों पर मुफ्त किये जाते हैं और एचआईवी एड्स से संक्रमित व्यक्तियों की सभी प्रकार की जांच व दवाइयां मुफ्त दी जाती हैं तथा उनकी सारी जानकारी गुप्त रखी जाती है।

उन्होंने नवजात शिशु को संक्रमण से बचाने के लिए दी जाने वाली दवाइयों के बारे में भी बताया ताकि इस संक्रमण से बचा जा सके। इसके साथ ही एचआईवी एड्स एक्ट 2017 के बारे में भी जानकारी दी ताकि किसी भी प्रकार से संक्रमित व्यक्ति को उसके अधिकारों से उसे वंचित किया जाता है तो उस दशा में वे कौन से ठोस कदम उठा सकतें हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने टीबी के कारण, लक्षण व रोकथाम के बारे में भी जानकारी दी। उन्होने बच्चों को एचआईवी एड्स से ग्रसित व्यक्ति से भेदभाव न करने व उनके साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने के लिए कहा।

एसटीआई काउंसलर कांता ने एसटीआई के फैलने का कारण, लक्षण व रोकथाम के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। इसके साथ ही टीबी के फैलने का कारण, लक्षण व रोकथाम के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया। जिला करनाल के डीएमसी केंद्रों पर की जाने वाली टीबी की जांच व इलाज की मुफ्त सुविधाओं के बारे में अवगत कराया गया। इस वर्कशाप में आईसीटीसी काउंसलर, एसटीआई काउंसलर व टीबी स्टाफ सभी ने अपना योगदान दिया।

इसके अतिरिक्त एचआईवी एड्स हेल्पलाइन टोल फ्री न0 1097 की जानकारी सभी विद्यार्थियों को दी गई तथा उन्हें यह भी बताया गया कि कोई भी व्यक्ति
नजदीकी आईसीटीसी/एफआईसीटीसी सैंटर्स पर जाकर अपनी एचआईवी टेस्टिंग व काउंसलिंग मुफ्त में करवा सकता है।